हिन्दी साहित्य >> गद्य संचयन गद्य संचयनडी पी सिंहराहुल शुक्ल
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बी.ए.-III, हिन्दी साहित्य प्रश्नपत्र-II के नवीनतम पाठ्यक्रमानुसार पाठ्य-पुस्तक
छत्रपति साहू जी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर के बी.ए. तृतीय वर्ष के द्वितीय प्रश्नपत्र के नवीनतम पाठ्यक्रमानुसार पाठ्य-पुस्तक।
भूमिका
सामान्य लोक-व्यवहार में मानव भाषा के जिस रूप का प्रयोग करता है, उसे गद्य कहते हैं | भाषा-प्रयोग के है, रेणु कृत ऋणजाल, धवजल तथा नेपाली क्रान्ति कथा, जैसे रचनाएँ सामने आयीं।
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